ध्वस्त हो चुकी जिंदगी भी पैरों पर खड़ी हो सकती है
मैनेजमेंट फंडा - एन. रघुरामन
पुलिना गिरीथरंगा 11 साल की उम्र में अनाथ हो गया था, जब उसका गांव सुनामी की चपेट में आया। लेकिन आज वह श्रीलंका की अंडर-19 क्रिकेट टीम का हिस्सा है। कई प्रतिभाशाली तैराक और नेटबॉल प्लेयर भी आज श्रीलंका की नेशनल टीमों का हिस्सा हैं। अवंतिका यशोदा मैंडिस ने तो पांच साल पहले तक क्रिकेट का बैट-बॉल तक नहीं पकड़ा था। लेकिन ट्रेनिंग के बाद वे सीनीगामा वुमंस क्रिकेट टीम से खेलीं। आज श्रीलंका की वुमंस क्रिकेट टीम की ओपनर हैं। ये उदाहरण हैं। इनकी तरह हजारों खिलाड़ी ऐसे हैं, जिन्हें फाउंडेशन ऑफ गुडनेस (एफओजी) से सहयोग मिला। इन लोगों की तरक्की की कहानी 26 दिसंबर 2004 से शुरू होती है। उस वक्त सुनामी आई थी। तटीय देशों के करीब 30,000 लोग इस सुनामी रूपी काल के गाल में समा गए। श्रीलंका में भी बड़े पैमाने पर तबाही मची थी।
Source: Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 28th September 2013
श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर और अब बिजनेसमैन कुशिल गुणसेकरा किस्मत वाले थे। वे अपने गांव के चौथी और पांचवीं कक्षा के करीब 30 बच्चों के साथ एक स्कूल के समारोह में गए थे। समारोह स्थल पर अपने दोस्त और क्रिकेटर मुथैया मुरलीधरन का इंतजार कर रहे थे। उस वक्त सुबह 9.45 का समय हो रहा था। मुथैया तो नहीं आए लेकिन उन्होंने देखा कि समुद्र की लहरें रौद्र रूप धरकर बढ़ी चली आ रही हैं। कुशिल सभी बच्चों को लेकर एक ऊंचाई वाली जगह पर चढ़ गए। नीचे उनकी आंखों के सामने तबाही जारी थी। वक्त बीता। समंदर सब कुछ तहस-नहस कर शांत हो चुका था। तभी इस सबसे अनजान मुथैया वहां पहुंचे। लेकिन वहां उन्हें तबाही के अलावा कुछ नहीं मिला। हालांकि कुशिल और उनके साथ के स्कूली बच्चे सलामत थे। मुथैया और कुशिल ने हालात के मद्देनजर गांव का पुनर्निर्माण कराने का निर्णय किया। ये आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने अपने जैसे दूसरे क्रिकेटरों और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर एक ट्रस्ट का गठन किया। नाम रखा गया-‘फाउंडेशन ऑफ गुडनेस।’ इसके सदस्यों में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा, तेज गेंदबाज चामिंडा वास, उद्यमी आशन मलासेकरा, इन्वेस्टमेंट बैंकर रोहन इरियागोले प्रमुख हैं। रोहन खुद स्कूल के दिनों में अच्छे क्रिकेटर हुआ करते थे।
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गायक ब्रायन एडम्स ने भी सुनामी प्रभावितों की मदद के लिए इस ट्रस्ट को वित्तीय मदद दी। यहां के प्रतिभाशाली सुनामी प्रभावित बच्चों को एफओजी की ओर से ट्रेनिंग मुहैया कराई जा रही है। कुशिल और मुथैया के साथ इंग्लैंड के पूर्व कप्तान सर इयान बॉथम ने बच्चों को क्रिकेट की कोचिंग देनी शुरू की। ट्रस्ट की ओर से गोताखोरी और तैराकी प्रशिक्षण केंद्र भी शुरू किया गया। हाल में ही इस सेंटर के बच्चों को संयुक्त अरब अमीरात की फैसिलिटी मैनेजमेंट कंपनी एमरिल ने अपने साथ जोड़ने की इच्छा जताई है। ट्रस्ट की ओर से इस इलाके के प्रभावित और गरीब बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था भी की गई है। आज एफओजी सीनीगामा की रीढ़ की हड्डी की तरह हो चुका है। करीब 50 गांवों के 25,000 ग्रामीणों को इस ट्रस्ट की ओर से मुफ्त में स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग दी जा चुकी है। यानी ट्रस्ट सिर्फ बच्चों को ही नहीं, बल्कि जरूरतमंद महिलाओं और पुरुषों को भी शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण आदि मुहैया कराकर उन्हें उनके सपने पूरे करने का मौका दे रहा है। रोजगार हासिल करने के अवसर दे रहा है। इसके ट्रेनिंग सेंटरों में वेब डिजाइन, गोताखोरी, तैराकी, कंप्यूटर, इंग्लिश एजुकेशन, आध्यात्मिक विकास, सामाजिक कौशल जैसे कई विषयों से संबंधित शिक्षा और प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध है।
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गायक ब्रायन एडम्स ने भी सुनामी प्रभावितों की मदद के लिए इस ट्रस्ट को वित्तीय मदद दी। यहां के प्रतिभाशाली सुनामी प्रभावित बच्चों को एफओजी की ओर से ट्रेनिंग मुहैया कराई जा रही है। कुशिल और मुथैया के साथ इंग्लैंड के पूर्व कप्तान सर इयान बॉथम ने बच्चों को क्रिकेट की कोचिंग देनी शुरू की। ट्रस्ट की ओर से गोताखोरी और तैराकी प्रशिक्षण केंद्र भी शुरू किया गया। हाल में ही इस सेंटर के बच्चों को संयुक्त अरब अमीरात की फैसिलिटी मैनेजमेंट कंपनी एमरिल ने अपने साथ जोड़ने की इच्छा जताई है। ट्रस्ट की ओर से इस इलाके के प्रभावित और गरीब बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था भी की गई है। आज एफओजी सीनीगामा की रीढ़ की हड्डी की तरह हो चुका है। करीब 50 गांवों के 25,000 ग्रामीणों को इस ट्रस्ट की ओर से मुफ्त में स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग दी जा चुकी है। यानी ट्रस्ट सिर्फ बच्चों को ही नहीं, बल्कि जरूरतमंद महिलाओं और पुरुषों को भी शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण आदि मुहैया कराकर उन्हें उनके सपने पूरे करने का मौका दे रहा है। रोजगार हासिल करने के अवसर दे रहा है। इसके ट्रेनिंग सेंटरों में वेब डिजाइन, गोताखोरी, तैराकी, कंप्यूटर, इंग्लिश एजुकेशन, आध्यात्मिक विकास, सामाजिक कौशल जैसे कई विषयों से संबंधित शिक्षा और प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध है।
फंडा यह है कि..
अगर कोई प्रतिबद्ध है तो वह पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी जिंदगी को भी दोबारा पैरों पर खड़ा कर सकता है। किसी भी वक्त, कहीं भी। बस परमार्थ की भावना होना जरूरी है।
Sri Lanka and other South East Asian Countries including India on 26th December 2004.
Noted persons like Kumar Sangakara, Chaminda Vaas, Bryan Adams, Ian Botham etc are associated with this Foundation.
Foundation of Goodness |
Source: Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 28th September 2013
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