1. दुनिया की सबसे बुजुर्ग सुपर मॉडल हैं डैफनी सेल्फ। उम्र है 85
साल। उनका मॉडलिंग का करियर करीब 70 साल का हो चुका है। वे हाल में ही
ब्रिटेन के टीके मैक्स विज्ञापन अभियान में नजर आईं। लंबे घने बाल उनकी खास
पहचान हैं। इस अभियान के दौरान उन्होंने अपने से बेहद कम उम्र की मॉडल्स
को भी सकते में डाल दिया। सेल्फ ने अपना मॉडलिंग करियर 1950 से शुरू किया
था। इस दौरान उन्होंने डॉल्स एंड गैब्बाना, नीविया, ओले जैसे ब्रांड्स के
विज्ञापन किए। वोग का विज्ञापन तो उन्होंने 70 साल की उम्र में किया। वे
बढ़ती उम्र में भी खुद को युवा महसूस करने वालों के लिए ‘पोस्टर चाइल्ड’ की
तरह हैं।
Source: Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 1st October 2013
2. हरे कृष्णा मूवमेंट के संस्थापक 69 साल के थे जब उन्होंने
इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्णा कॉन्ससनेस (इस्कॉन) की स्थापना की। प्रभुपाद
तब तक कोलकाता में संस्कृत के विद्वान और कैमिस्ट के तौर पर जाने जाते थे।
लेकिन 1965 में वे न्यूयॉर्क सिटी गए। उनके साथ एक जोड़ी झांझ-मजीरा और यही
कुछ 50 लोग थे। मन में एक इच्छा भी कि भगवान कृष्ण के उपदेशों का दुनिया
में प्रचार-प्रसार करना है। यह उनके आंदोलन की शुरुआत थी।
3. रोनाल्ड रीगन विख्यात अभिनेता थे। वे 55 साल की उम्र में पहली बार
चुनाव लड़े और जीते। रीगन ने 1966 में कैलीफोर्निया के गवर्नर का चुनाव लाख
से भी ज्यादा वोट से जीता। इससे पहले उनका राजनीतिक अनुभव बहुत थोड़ा था।
वे स्क्रीन एक्टर गिल्ड के अध्यक्ष रह चुके थे और जनरल इलेक्ट्रिक के
प्रवक्ता भी। लेकिन यह अनुभव ऐसा नहीं था कि वे दो बार अमेरिका के
राष्ट्रपति चुने जाते। लेकिन हुआ यही।
4. रे क्रॉक 1917 में जब 15 साल के थे तो उन्होंने रेड क्रॉस में
एंबुलेंस ड्राइवर के तौर पर ज्वाइन करने के लिए अपनी उम्र के संबंध में झूठ
बोला। लेकिन उनकी ट्रेनिंग पूरी हो पाती इससे पहले पहला विश्व युद्ध खत्म
हो गया। उसके बाद वे पियानो प्लेयर और पेपर कप व मल्टी मिक्सर सेल्समैन के
तौर पर काम करने लगे। उन्होंने 1955 में मैकडोनॉल्ड कॉरपोरेशन की स्थापना
की। उनकी सोच एकदम अलग थी। वे ऐसे रेस्टोरेंट सिस्टम का निर्माण करना चाहते
थे जो पूरी दुनिया में उच्च क्वालिटी की खाने-पीने की चीजों के लिए जाना
जाए। लेकिन इन चीजों को बनाने का तरीका और स्वाद सभी जगह एक सा हो। वे इस
रेस्टोरेंट के जरिए बर्गर, बन्स, फ्राइज और बेवरेजेज लोगों को पेश करना
चाहते थे। आज यह ब्रांड पूरी दुनिया में जाना जाता है।
5. एसके शर्मा का जन्म उत्तरप्रदेश के बागपत जिले में यमुना के किनारे
बसे एक गांव में 1938 में हुआ। किसान परिवार के इस बेटे ने 1955 में
मैट्रिक की परीक्षा पास की। इसके चार साल बाद 1959 में आगरा यूनिवर्सिटी से
ग्रेजुएशन किया। एक साल बाद 1960 में शिक्षक के तौर पर काम शुरू किया।
हरियाणा में सोनीपत के शंभू दयाल मॉडर्न स्कूल के प्रिंसिपल बने। उन्होंने
55 साल की उम्र में, जबकि ज्यादातर लोग रिटायरमेंट के बाद की अपनी योजनाएं
बनाने लगते हैं, अपनी नौकरी छोड़ दी। ऋषिकुल विद्यापीठ के नाम से नया स्कूल
शुरू किया। आज वे इस संस्था के चेयरमैन हैं। उनके स्कूल में करीब 5,000
छात्र और लगभग 1,000 स्टाफ के सदस्य हैं। सोनीपत में यह सबसे बड़ा स्कूल
है। करीब 40 एकड़ जमीन पर फैला हुआ और सभी तरह की सुविधाओं से संपन्न।
शर्मा की उम्र 75 हो चुकी है। लेकिन वे 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे
से भी तेज चलते हैं। उनसे आधी उम्र के लोगों को भी उनके साथ चलने के लिए
दौड़ लगानी पड़ती है। हाल में ही हुए भास्कर उत्सव के दौरान मैंने खुद यह
देखा है।
फंडा यह है की
आज अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस है। हमारे आस पास ही बड़ी उम्र के कई लोग यह साबित करने में लगे हैं की उम्र तो सिर्फ एक आँकड़ा है।
Source: Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 1st October 2013
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