Friday, November 15, 2013

Hunger Is The Main Reason for Rise In Crimes - Management Funda - N Raghuraman - 15th November 2013

ज्यादातर अपराध की वजह भूख है

मैनेजमेंट फंडा - एन. रघुरामन


पहली कहानी: मनोज अवाले सिर्फ 35 साल का है। वह इतनी उम्र में ही सात साल नासिक जेल में काट चुका है। एक व्यक्ति की हत्या के आरोप में उसे यह सजा सुनाई गई थी। जेल में वह प्याज उगाने का काम किया करता था। सिर्फ इतना जानता था कि सजा पूरी करने के बाद जीवनयापन के लिए यह काम तो कर ही सकता है। लेकिन उसे यह पता नहीं था जेल से बाहर की दुनिया में प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं। उसे घर पहुंचने के बाद इसकी जानकारी मिली। काम तो कोई था नहीं। लिहाजा, अपना और परिवार का पेट भरने के लिए उसने प्याज लूटकर बेचने की योजना बनाई। शुरू में छोटी-मोटी लूट की। फिर 280 किलो प्याज की गाड़ी लूटी। अब तक किसी का ध्यान उस पर नहीं गया। क्योंकि इलाके में प्याज की फसल खूब होती है। लेकिन जब उसने 700 किलो प्याज की गाड़ी लूटी तो पकड़ा गया। अब वह फिर जेल में है। इस बार प्याज लूटने के आरोप में। 

Source: Hunger Is The Main Reason for Rise In Crimes - Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 15th November 2013
दूसरी कहानी: आलू भी प्याज के रास्ते पर है। खुले बाजार में इसकी कीमत 80-90 रुपए किलो के हिसाब से चल रही है। ओडिशा में हालांकि, सरकार ने कुछ काउंटर खोले हैं। यहां आलू 20-25 रुपए किलो की कीमत पर बेचा जा रहा है। राज्य सरकार ने जमाखोरों के खिलाफ भी कदम उठाए हैं। इस सप्ताह के शुरू में सरकारी अफसरों ने बालासोर में एक ठिकाने पर छापा मारा। वहां से 64 टन आलू बरामद कर जब्त किया। यह आलू सात ट्रकों में बंगाल से आया था। पुलिस को व्यापारियों की ओर से लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि उनके आलू के ट्रक रास्ते में लूटे जा रहे हैं। इससे फसल बाजार में नहीं आ पा रही है। भुबनेश्वर और कटक जैसे कुछ शहरों में व्यापारियों को अपनी दुकानों के शटर गिरा देने पड़े। क्योंकि उनके पास बेचने के लिए आलू नहीं था। दूसरी सब्जियों की कीमतें भी बढ़ रही हैं। दीपावली के हफ्ते बाद ही बाजार में बैंगन 60 रुपए किलो तक पहुंच गया। सुरजन की फली (ड्रम स्टिक) 180 और टमाटर 70 रुपए किलो। बाकियों के भी यही हाल। देश के करीब-करीब हर हिस्से में पुलिस को शिकायतें मिल रही हैं कि सब्जियों की जमाखोरी हो रही है। इससे उनकी कीमतें बढ़ रही हैं।

तीसरी कहानी: बंगाल में 2007 में राशन को लेकर दंगे हो गए थे। अब लगभग वैसा ही गुस्सा महंगाई, खासकर सब्जियों की बढ़ती कीमतों को लेकर पूरे देश में नजर आ रहा है। बंगाल के ही मालदा जिले के तीन हाटों-अचिंटोला, धरमपुर और बालूपुर में मंगलवार को आम लोगों ने सब्जियों की लूटपाट कर डाली। इसके बाद सब्जी विक्रेताओं में दहशत फैल गई। उन्होंने हड़ताल कर दी। साथ ही मांग की कि जब तक पुलिस सुरक्षा नहीं मिलेगी, वे सब्जियां नहीं बेचेंगे।आम लोगों द्वारा लूटपाट की यह घटना इस बात का संकेत है कि सरकारें लोगों का भरोसा कायम रखने में नाकाम हो रही हैं। बढ़ती कीमतों से लोग त्रस्त हो चुके हैं। इससे पहले सोमवार को मालदा के ही सोवानगर साप्ताहिक हाट में आलू विक्रेताओं और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई थी। व्यापारी 13 रुपए किलो के सरकारी रेट पर आलू बेचने को तैयार नहीं थे। इससे नाराज ग्रामीणों ने बाजार में लूटपाट कर दी। यही आग धरमपुर और अन्य जगहों तक पहुंच गई।

चौथी कहानी: नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े कहते हैं कि साल 2012 में 21,071 करोड़ रुपए की संपत्ति की लूटपाट हुई। वहीं 2011 में लूटी गई संपत्ति का मूल्य 6,585 करोड़ रुपए आंका गया था। दूसरी तरफ मनोवैज्ञानिकों की मानें तो पहली बार लूटपाट करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ये वे लोग हैं जो अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को भी ठीक ढंग से पूरा नहीं कर पा रहे हैं। लिहाजा, वे इसके लिए लूटपाट, चोरी-चपाटी का शॉर्टकट अपना लेते हैं।


फंडा यह है कि..

अगर आपके आस-पड़ोस में अपराध बढ़ रहे हैं तो चैक कीजिए। निश्चित तौर पर भूख और गरीबी से पीड़ित-परेशान लोगों की तादाद वहां ज्यादा होगी। लिहाजा, ऐसा कोई तरीका ढूंढिए जिससे इन लोगों का पेट भरा जा सके। अपराध अपने आप कम हो जाएंगे।























Source: Hunger Is The Main Reason for Rise In Crimes - Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 15th November 2013

No comments:

Post a Comment