Monday, November 18, 2013

Make A list Of 10 Things That You Wish To Do Before You DIE - Management Funda - N Raghuraman - 18th November 2013

उन 10 चीजों को लिखिए जो मरने से पहले करना चाहते हैं 

मैनेजमेंट फंडा - एन. रघुरामन 


बेंगलुरू के इंदिरानगर में एक रेस्त्रां है, ‘द होल इन द वॉल कैफे।’ इसमें एक बड़ा सा सॉफ्ट बोर्ड (कम्प्यूटर स्क्रीन) लगा है। इस पर लिखा है, ‘वे 10 चीजें जो मैं मरने से पहले करना चाहता हूं।’ यानी रेस्त्रां अपने ग्राहकों को अपनी ख्वाहिशें लिखकर सार्वजनिक करने का प्रस्ताव देता है। ऐसे ही एक नोट ने मेरा ध्यान आकर्षित किया। एक गर्भवती महिला ने अपनी तस्वीर के साथ अपनी ख्वाहिश लिखी थी। उसने लिखा, ‘इससे पहले कि मैं इसे जन्म दूं (पेट की ओर से इशारा) और जीवन भर को भयभीत हो जाऊं, खूब नाश्ता करना चाहती हूं।’ दूसरे नोट ने मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट ला दी। इसमें लिखा था, ‘जवां और सुंदर मलयाली लड़का। 6.2 फीट। टूटकर प्यार की तलाश में। मेरा नंबर है...।’ मुझे आश्चर्य हुआ कि अगर लड़का इतना ही जवां और सुंदर है तो लड़कियां उसके पीछे क्यूं नहीं भागतीं। 


Source: Make A list Of 10 Things That You Wish To Do Before You DIE - Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 18th November 2013


 मैंने भी नोट पैड उठाया और लिखकर बोर्ड पर लगा दिया, ‘मैं अपने पूरे परिवार को पंबन ब्रिज पर ले जाना चाहता हूं।’ मैं अपनी टेबल पर लौटा, तीन और नोट मेरे समर्थन में बोर्ड पर नजर आने लगे। इनमें से एक कह रहा था, ‘मरने से पहले इंसान को एक बार जरूर इंजीनियरिंग के चमत्कार (पंबन ब्रिज) को देखना चाहिए।’ पंबन ब्रिज तमिलनाडु में है। रामेश्वरम द्वीप और राज्य की जमीनी हिस्से को जोड़ने वाला समुद्र पर बना रेल ब्रिज। करीब 143 खंभों पर खड़े इस ब्रिज की लंबाई दो किलोमीटर है। मुंबई में बांद्रा-वर्ली सी लिंक (इसकी लंबाई 2.3 किलोमीटर है) बनने से पहले यह देश में समुद्र पर बना सबसे बड़ा ब्रिज था। यह फरवरी 1914 में शुरू हुआ था। यानी आने वाले फरवरी महीने में इसे 100 साल पूरे हो जाएंगे। इस दौरान पंबन ब्रिज पर डाक टिकट जारी किया जाएगा। इस ब्रिज को बनाने के लिए 1870 से ही कोशिशें शुरू हो गई थीं। ब्रिटिश शासन ने तब सीलोन (अब श्रीलंका) के साथ व्यापारिक गतिविधियों के मद्देनजर इसके निर्माण की जरूरत समझी थी। हालांकि इसका निर्माण 1911 में शुरू हुआ। तीन साल बाद 24 फरवरी 1914 को यह तैयार हो पाया। ब्रिज के बीचों-बीच एक हिस्सा ऐसा भी है जो जहाजों की आवाजाही के दौरान खुलता-बंद होता है। ठीक वैसे ही जैसे सड़क पर बना कोई रेल फाटक। इस हिस्से को जर्मन इंजीनियर शेरजर ने डिजाइन किया था। 

रोज 10-15 बड़े जहाज इस पुल के नीचे से गुजरते हैं। इनमें मालवाहक जहाज और ऑयल टैंकर भी होते हैं। रामेश्वरम और तमिलनाडु के बीच पंबन ब्रिज 1988 तक अकेला संपर्क था। हालांकि अब इस ब्रिज के समानांतर एक सड़क पुल भी बना दिया गया। रामेश्वरम ज्योतिर्लिग के दर्शन को आने-जाने वालों के लिए यानी अब दो विकल्प हैं। पंबन ब्रिज पर पहले मीटर गेज रेल लाइन थी। रेलवे इसे बंद करना चाहता था, लेकिन तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के सुझाव पर इसे 2007 में ब्रॉड गेज में बदल दिया गया। सन् 1964 में आए भीषण तूफान से पंबन ब्रिज को काफी नुकसान हुआ। लेकिन ई. श्रीधरन की अगुवाई में भारतीय इंजीनियरों ने 46 दिनों के भीतर इसे दुरुस्त कर फिर चालू कर दिया। श्रीधरन वही हैं, जिन्हें देश में लोग मेट्रोमैन के नाम से जानते हैं। आईआईटी मद्रास की टीम जल्द ही एक अध्ययन शुरू करने वाली है। नवंबर की 18 तारीख से अध्ययन शुरू होने की संभावना है। इसमें ब्रिज की कितनी लाइफ बाकी है, यह पता लगाया जाएगा। आईआईटी की टीम पता लगाएगी कि ब्रिज कितने दिन और टिका रह सकता है। समय के साथ इसमें क्षरण (नुकसान) किस स्तर का हुआ है। इस पर कब तक रेल चलाना सुरक्षित रहेगा। इसके बाद यह भी संभव है कि रेलवे कोई तारीख निश्चित कर दे। उसके बाद से यह ब्रिज रेलों के संचालन के लिहाज से हमेशा के लिए बंद कर दिया जाए। इससे पहले कि यह तारीख निश्चित हो या आए, मैं अपने परिवार को यह ब्रिज दिखला देना चाहता हूं। 

फंडा यह है कि.. 

ऐसी 10 चीजों की लिस्ट बनाइए, जो आप दुनिया छोड़ने से पहले करना चाहेंगे। उन कामों को एक के बाद एक पूरा कीजिए। ऐसा करने के बाद आपको जिंदगी से कोई गिला-शिकवा नहीं होगा। 























Source: Make A list Of 10 Things That You Wish To Do Before You DIE - Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 18th November 2013

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