Tuesday, November 12, 2013

Your Smallest Idea Can Change The Life Of The Poorest - Management Funda - N Raghuraman - 12th November 2013

छोटा सा आइडिया भी बदल सकता है गरीब की जिंदगी

मैनेजमेंट फंडा - एन. रघुरामन


पहला आइडिया: पति की मदद के लिए सलीम खान की पत्नी सिलाई का काम शुरू करना चाहती थी। उसे नई सिलाई मशीन खरीदना थी, लेकिन पैसे नहीं थे। इस तरह के लोगों के लिए स्मिता और उनके पति रामकृष्णा ने 2008 में एक योजना शुरू की, ‘रंग दे।’ यह ऑनलाइन प्लेटफार्म है, जिस पर छोटा-मोटा कारोबार करने और ऐसे लोगों को कर्ज देने के इच्छुक लोगों की जानकारी होती है। ‘रंग दे’ उच्च मध्यम आय वर्ग के लोगों को अवसर देती है कि वे निम्न आय वर्ग वालों की मदद कर सकें। स्मिता और उनके पति भारत के स्वतंत्रता संग्राम से प्रेरित हैं। उन्होंने देश में गरीबी की समस्या के समाधान की तरफ सबसे पहले फोकस किया। दोनों ने सबसे पहले दूर-दराज के इलाकों से अपनी योजना के लिए फील्ड पार्टनर चुने। 

Source: Your Smallest Idea Can Change The Life Of The Poorest - Management Funda - N Raghuraman - Dainik Bhaskar 12th November 2013
फिर फील्ड पार्टनर्स ने अपने क्षेत्र में उन लोगों की पहचान की, जिनके पास पैसे नहीं हैं और जो कारोबार करना चाहते हैं। रंग दे टीम ने साफ-सुथरे जरूरतमंद उम्मीदवारों की पहचान कर उनका प्रोफाइल अपने पोर्टल पर डाला। इसके बाद उन्हें कर्ज दिलाने के लिए सामाजिक क्षेत्र में निवेश करने के इच्छुक लोगों से संपर्क किया। योजना के तहत इच्छुक व्यक्ति कम से कम 100 रुपए का भी निवेश कर सकता है। इस निवेश के एवज में उसे अगले महीने ही दो फीसदी ब्याज के साथ पैसा वापस भी मिल जाता है। इस योजना में अब तक करीब 5,500 निवेशक जुड़ चुके हैं। इसके जरिए करीब 18 करोड़ रुपए के लगभग 26,000 कर्ज बांटे जा चुके हैं। योजना के तहत कर्ज लेने वालों में 95 फीसदी महिलाएं हैं। जबकि निवेश करने वाले ज्यादातर लोग 25 से 40 की उम्र के हैं। ‘रंग दे’ योजना ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, विदर्भ, मैसूर और मध्यप्रदेश में चल रही है।

दूसरा आइडिया: करीब 1.5 लीटर की पानी की एक बोतल लीजिए। इसमें ब्लीचिंग पाउडर मिलाकर पानी भर दीजिए। इसे सिलिकॉन बेस वाले या पॉल्यूरेथेन ग्लू के जरिए एस्बेस्टस शीट वाली छत पर चिपका दीजिए। जिस जगह इस बोतल को चिपकाना है वहां छत पर पहले ड्रिल के जरिए एक छेद करना होगा। यह बोतल अगले पांच साल तक आपके लिए दिन में 55 वॉट के बल्ब का काम करेगी। मैंटेनेंस भी जीरो। यहां तक कि इसका पानी भी नहीं बदलना होगा। पानी और ब्लीचिंग पाउडर से भरी बोतल एस्बेस्टस की छत पर पड़ने वाली सूरज की रोशनी से बल्ब की तरह चमकने लगती है। मूल रूप से यह आइडिया अल्फ्रेडो मोजेर का है।

उन्होंने इसे 2002 में ब्राजील में लागू किया। भारत में यह मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई और बेंगलुरू में सफलतापूर्वक आजमाया जा रहा है। इस तरीके से बिजली की खपत को इन शहरों में प्रति मकान प्रति माह औसतन 400 रुपए तक कम किया जा सका है। यानी ये दो आइडिया आपको सोचने पर मजबूर जरूर करेंगे कि कैसे गरीब जरूरतमंदों की मदद की जा सकती है। कैसे किसी अति आवश्यक चीज की ऑपरेशनल कॉस्ट (संचालन लागत) को कम किया जा सकता है।

फंडा यह है कि..

गरीबों की जिंदगी कोई भी बेहतर बना सकता है। सिर्फ इसके लिए इरादा होना चाहिए और एक अच्छा सा आइडिया।
























Source: Your Smallest Idea Can Change The Life Of The Poorest - Management Funda - N Raghuraman - Dainik Bhaskar 12th November 2013

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