पोर्टफोलियो कॅरिअर एक बेहतर विकल्प हो सकता है
मैनेजमेंट फंडा - एन. रघुरामन
कुछ साल पहले जीतेंद्र यादव बिहार से
मुंबई आए। उस वक्त उनके खेतों में फसल खराब हो चुकी थी। नौकरी की तलाश थी।
मुंबई में पहले से उनके कुछ संपर्क थे। उसके जरिए फायदा मिला। उन्हें शहर
में आते ही चौकीदार की नौकरी मिल गई। परिवार के बाकी सदस्य अब पूरी तरह
जीतेंद्र की नौकरी से होने वाली कमाई पर निर्भर थे। इस एक कमाई से सबका
खर्च चलाना मुश्किल था। इसलिए जीतेंद्र ने दिन के समय में एक नौकरी कर ली।
एशियन पेंट्स में वे ठेके पर पेंटिंग का काम करने लगे। इस बीच परिवार के
कुछ और सदस्यों को भी नौकरी मिल गई। वे भी मुंबई आ गए। लेकिन जीतेंद्र
अपने दोनों काम करते रहे। बल्कि कुछ और काम उन्होंने हाथ में ले लिए थे।
इससे उन्हें अतिरिक्त कमाई हो रही थी। एक व्यक्ति कमाई के लिए जब इस तरह कई
काम करता है तो इसे पोर्टफोलियो कॅरिअर कहा जाता है। और ऐसे काम करने वाले
को पोर्टफोलियो कॅरियरिस्ट। इस तरह का व्यक्ति कभी पूरे समय बंध कर एक
नौकरी नहीं करता। भारत में यह चलन अभी ज्यादा पुराना नहीं है।
Source: Portfolio Career - A Good Alternate Career - Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 13th January 2014
अब चेन्नई के विनीत एम. बेन्नी को ही ले लीजिए। सिर्फ 21 साल की उम्र है इनकी। एक स्कूल चलाते हैं। इनकी डिजाइन एंट कंटेंट क्रिएशन फर्म भी है। 'द टेररिज्म' नाम से एक बैंड में परफॉर्म करते हैं। डेजर्ट सफारी नामक रेस्तरां के मालिक भी हैं। विनीत को रोज चारों जगहों पर अलग-अलग अंदाज में देखा जा सकता है। इतिहास में झांकें तो पोर्टफोलिए करियरिस्ट का सबसे बढिय़ा उदाहरण हैं लियोनार्दो द विंसी। एक साथ वे न जाने कितनी विधाओं में पारंगत थे। पेंटर, मूर्तिकार, शिल्पकार, संगीतकार, गणितज्ञ, इंजीनियर,
आविष्कारक, लेखक, भूगर्भशास्त्री, नक्शानवीस। हर विधा में खास थे लियोनार्दो। पोर्टफोलियो करियरिस्ट ऐसे ही होते हैं। आम नहीं होते। अपवाद होते हैं।
अगर आप ऐसे होना चाहते हैं तो आपको भी आवश्यक रूप से अपवाद होना पड़ेगा। पोर्टफोलियो करियरिस्ट और फ्रीलांसर में फर्क होता है। फ्रीलांसर एक क्षेत्र विशेष में अलग-अलग काम कर सकता है। लेकिन पोर्टफोलियो करियरिस्ट अलग-अलग क्षेत्रों में पारंगत होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि आजकल लोग किसी एक बॉक्स में फिट होकर नहीं रहते। उनमें विभिन्न कौशल होते हैं। उनके भीतर रुचियां भी कई होती हैं। वे मल्टीटास्कर होते हैं। मतलब एक साथ कई काम करने में सक्षम। करने वाले भी। विशेषज्ञों का दावा है कि पोर्टफोलियो करियरिस्ट होने की तरफ यह पहला कदम होता है।
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