हर चीज का मकसद समझें
मैनेजमेंट फंडा - एन. रघुरामन
स्कूल के पहले दिन श्रीमती थॉम्पसन
सातवीं क्लास में पहुंची। वहां उनकी मुलाकात टैडी से हुई। मैली स्कूल ड्रेस
और बिखरे बालों वाले टैडी के साथ उनका व्यवहार हमेशा रूखा रहता। एक महीने
में टैडी क्लास में बताई जाने वाली हर नकारात्मक बात का उदाहरण बन गया था।
प्रिंसिपल ने जब टैडी की मूल्यांकन रिपोर्ट देखी तो वे चौंक गईं। उन्होंने
थॉम्पसन से कहा कि प्रोग्रेस रिपोर्ट में यह दिखना चाहिए कि बच्चे ने कितनी
प्रगति की है। आपने जिस तरह से प्रोग्रेस रिपोर्ट में टिप्पणियां की हैं
उससे बच्चे के सुधार की सारी उम्मीदें खत्म हो जाती हैं। प्रिंसिपल की बात
पर थॉम्पसन ने कहा कि इस बच्चे में ऐसा कुछ नहीं है जिसे सराहा जाए। इसके
बाद प्रिंसिपल ने एक कर्मचारी को बुलाकर टैडी की पहली से लेकर छठी क्लास तक
की प्रोग्रेस रिपोर्ट लाकर थॉम्पसन को देने को कहा। रिपोर्ट से थॉम्पसन को
पता चला कि चौथी क्लास तक टैडी क्लास में हमेशा फस्र्ट आता था। लेकिन उसकी
पांचवी क्लास की प्रोग्रेस रिपोर्ट से पता चला कि टैडी की माता को कैंसर
था। छठी क्लास की प्रोग्रेस रिपोर्ट में टीचर ने लिखा कि टैडी अपनी मां को
खो चुका है। इसका बुरा असर उसकी पढ़ाई पर पड़ा है। इस बच्चे को तुरंत
सहायता की जरूरत है नहीं तो हम बच्चे को खो देंगे।
Source: Understand The Purpose Behind Every Thing - Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 29th December 2013
अगले दिन जब थॉम्पसन क्लास में गईं तो उन्होंने टैडी की तारीफ करना और उसका हौसला बढ़ाना शुरू किया। वे टैडी पर ज्यादा ध्यान देने लगीं। इस बदलाव के साथ ही टैडी में भी बदलाव नजर आने लगा। टैडी चीजों को जल्दी-जल्दी सीखने लगा। जब थॉम्पसन ने टैडी से उसकी मैली स्कूल ड्रेस और बिखरे बालों के बारे में पूछा तो उसने आत्मविश्वास के साथ एक सैनिक की तरह उनकी बात का जवाब दिया। उसके बाद से टैडी कभी भी मैली ड्रेस और बिखरे बालों में स्कूल नहीं आया। सातवीं के फाइनल एक्जाम में टैडी ने क्लास में टॉप किया। इसके बाद थैंक्स गिविंग डे के मौके पर क्लास के बच्चे टीचर को धन्यवाद देने के लिए छोटे-छोटे उपहार लेकर आए। रंग-बिरंगी पन्नियों में लिपटे उन उपहारों को बच्चों ने टीचर की टेबल पर रख दिया। इनमें से एक उपहार पुराने अखबार में लपेट कर रखा था। उपहारों को देखने बाद थॉम्पसन समझ गईं कि अखबार में लिपटा उपहार टैडी का होगा। जैसे ही उन्होंने उस उपहार को खोला सारे बच्चे जोर-जोर से हंसने लगे। उस पैकेट में आधी इस्तेमाल की हुई परफ्यूम की एक शीशी थी और एक पुराना ब्रेसलेट था। जिसके कुछ जड़ाऊ पत्थर निकले हुए थे। उपहार के साथ एक नोट भी था जिस पर लिखा था- मैंने इस स्कूल में कई टीचरों को देखा। लेकिन आप उन सब में सबसे बेहतर थीं। थॉम्पसन ने आश्चर्य के साथ टैडी की तरफ देखा। टैडी के आंसू उसके गालों पर लुढ़क आए थे। उन्होंने टैडी को अपने पास बुला कर पूछा कि यह सब क्या है। टैडी ने जवाब दिया। यह परफ्यूम मेरी मम्मी का था। यह ब्रेसलेट भी उनका था। अपनी मौत से दो दिन पहले उन्होंने मुझे यह दिया था। टैडी की बात सुनने के बाद थॉम्पसन टेबल के नीचे की तरफ झुकीं और आंसू पोंछने लगी। उन्होंने वह ब्रेसलेट पहना और उस परफ्यूम को स्पे्र करके टैडी की तरफ देखा और मुस्कुराई। इसके बाद टैडी झट से बोला आप एकदम मेरी मम्मी की तरह महक रही हैं। इसके बाद थॉम्पसन प्रिंसिपल के कमरे में जाकर खूब रोईं।
गुजरते वक्त के साथ टैडी और थॉम्पसन एक-दूसरे से अलग हो गए। 14 साल बाद थॉम्पसन को शादी का निमंत्रण और हवाई जहाज के टिकट मिले। नीचे लिखा था डॉ. टैडी इग्नाटियस, पीएचडी। वह शादी में पहुंची तो देखा कि उनके लिए एक कुर्सी रिजर्व रखी थी, जिस पर लिखा था मेरी मां के लिए। शादी के बाद टैडी ने उन्हें पत्नी से यह कहते हुए मिलवाया कि अगर ये न होतीं तो आज जो मैं हूं वो शायद न होता। यह कहानी मोटिवेशन स्पीकर टीटी. रंगराजन ने सुनाई थी।
गुजरते वक्त के साथ टैडी और थॉम्पसन एक-दूसरे से अलग हो गए। 14 साल बाद थॉम्पसन को शादी का निमंत्रण और हवाई जहाज के टिकट मिले। नीचे लिखा था डॉ. टैडी इग्नाटियस, पीएचडी। वह शादी में पहुंची तो देखा कि उनके लिए एक कुर्सी रिजर्व रखी थी, जिस पर लिखा था मेरी मां के लिए। शादी के बाद टैडी ने उन्हें पत्नी से यह कहते हुए मिलवाया कि अगर ये न होतीं तो आज जो मैं हूं वो शायद न होता। यह कहानी मोटिवेशन स्पीकर टीटी. रंगराजन ने सुनाई थी।
फंडा यह है कि...
किसी चीज के उद्देश्य को समझना, प्रोग्रेस रिपोर्ट का मकसद बच्चे की प्रगति को दर्ज करना होता है। एक अच्छे शिक्षक का मकसद पढ़ाने के अलावा बच्चे के साथ अभिभावक के तौर पर पेश आना भी होता है।
Source: Understand The Purpose Behind Every Thing - Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 29th December 2013
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