सफलता के लिए जोखिम उठाएं क्रिएटिव युवा
मैनेजमेंट फंडा - एन. रघुरामन
कई युवा उद्यमियों ने अमेरिकी कॉफी चेन स्टारबक्स की सफलता के तौर-तरीकों और उसके राज के बारे में जरूर सोचा होगा। और निश्चित तौर पर ऐसे ही किसी बिजनेस आइडिया के बारे में सपने भी देखे होंगे। लेकिन रिजवान अहमद और अदनान यूसुफ ने न केवल सपना देखा व सोचा, बल्कि एक कदम आगे बढ़ते हुए सत्तार बक्श नाम से कैफे भी शुरू किया। यह नाम और लोगो स्टारबक्स से मिलता-जुलता है। माहौल भी स्टारबक्स जैसा ही है। लेकिन यहां मिलने वाली डिश एकदम देसी हैं, जिन्हें आधुनिक अंदाज में परोसा जाता है। यह कैफे पाकिस्तान के कराची में क्लिफ्टन ब्लॉक 4 में है। ब्रांड और लोगो को देखने के साथ ही हमारा दिमाग इसे मूल कंपनी से जोडऩे में जरा भी वक्त नहीं लगाता। कराची का यह कैफे इंटरनेशनल ब्रांडिंग के साथ ग्राहकों को स्थानीय नाश्ता और चाय परोसता है।
स्रोत: Youth Must Take Creative Risks To Become Successful - Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 1st December 2013
स्टारबक्स के मूल लोगो में काली मुड़ी हुई मूंछें, रौब और शक्ति के प्रतीक के तौर पर लोकल टच दिया गया है। सत्तार बक्श का फेसबुक और ट्विटर अकाउंट भी पाकिस्तान में काफी सक्रिय है। लिहाजा कराची आने वाला हर शख्स एक शाम यहां के लिए निकाल ही लेता है। इस कैफे की पहचान सिर्फ स्टारबक्स से मिलता-जुलता ब्रांड होने की वजह से नहीं है। वेस्टर्न और पाकिस्तानी जायके के अनोखे कॉम्बिनेशन की वजह से यह कैफे कराची और आस-पास के क्षेत्रों में चर्चित है। कैफे में एक कप कॉफी के साथ देसी पराठे परोसे जाते हैं। वह भी न्यूट्रीला मक्खन के साथ। कॉफी की जगह कड़क चाय का विकल्प भी उपलब्ध है। ग्राहकों का पसंदीदा ऑर्डर है: 'बेशर्म - टॉपलेस बर्गर'। इस बर्गर में ऊपर ब्रेड नहीं लगाई जाती, लिहाजा यह टॉपलेस हो जाता है। स्टारबक्स को कैफे की लोकप्रियता की जानकारी मिली तो उसने सत्तार बख्श को लोगो बदलने के लिए कानूनी नोटिस थमा दिया। लेकिन यह शेरदिल पीछे नहीं हटे। फेसबुक पर कहा-'हमारा विदेश फ्रेंचाइजी से कोई लेना-देना नहीं है। हम सिर्फ कॉफी एक्सपर्ट भी नहीं हैं। हम सभी चीजों के माहिर हैं। हम सभी की जरूरतों को पूरा करते हैं।' इस बीच, उन्होंने नया लोगो भी जारी किया, लेकिन उसमें पुराने लोगो से ज्यादा अंतर नहीं है। पाकिस्तानी लोग इन दोनों की उद्यमशीलता और साहस की अनदेखी नहीं कर सके। बौद्धिक संपदा अधिकार के हनन की कानूनी पेचिदगियों, बड़ा जुर्माना लगने और 'नकलची' के तौर पर पहचान होने के डर के बाद भी दोनों आगे बढ़ते रहे। यह दोनों फेसबुक पर कैफे के अपडेट्स देते हैं। इनमें किसी के क्रेडिट कार्ड या फिर कोई सामान कैफे में छूटने संबंधी जानकारी भी शामिल होती है। संदेश के आखिर में एक छोटी-सी लाइन के तौर लिखा जाता है- 'मूंछ की कसम- हम ऑनेस्ट हैं'। यह इनका अपना तरीका है अपने लोगो को प्रमोट करने का। ड्रिंक्स के साथ दिए जाने वाले स्ट्रॉ में भी मूंछ का लोगो होता है। इससे स्ट्रॉ से पीने पर ऐसा लगता है कि पीने वाले की मूंछे हैं। बच्चों को यह स्ट्रॉ आइडिया काफी पसंद है। वह स्ट्रॉ अपने साथ घर भी ले जाते हैं। सोशल मीडिया में 40 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स के साथ यह बिजनेस धीरे-धीरे पाकिस्तान में पहचान बना रहा है। लोग इस देसी कैफे को फेसबुक और ट्विटर पर खासा समर्थन दे रहे हैं। लोगों के मुताबिक यह कैफे पाकिस्तानी जायके का विदेशी स्टाइल में लुत्फ उठाने की सबसे अच्छी जगह है। हालांकि, हो सकता है कि भविष्य में वैश्विक नियमों की वजह से इन दोनों को कैफे का स्वरूप बदलना पड़े। लेकिन यह जोड़ी जोखिम उठाने की क्षमता से काफी खुश है। इसी की वजह से ये हजारों लोगों को अपने साथ जोड़ चुके हैं। उन्हें उम्मीद है कि मूंछ वाले लोगो के साथ इनका अगला कदम भी सफल रहेगा।
फंडा यह है कि …
हमारी युवा और क्रिएटिव पीढ़ी को कानून के दायरे में रहते हुए जोखिम उठाने की क्षमताओं को विकसित करना होगा। एक छोटा-सा जोखिम आपकी सफलता में काफी बड़ा बदलाव ला सकता है।
स्रोत: Youth Must Take Creative Risks To Become Successful - Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 1st December 2013
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