Thursday, December 12, 2013

Talent To Find Solutions Can Make Or Break Carrier - Management Funda - N Raghuraman - 12th December 2013

समाधान खोजने की प्रतिभा से बनता बिगड़ता है कैरियर

 मैनेजमेंट फंडा - एन. रघुरामन


इंटरव्यू चल रहा था। इंटरव्यू लेने वाले ने पास खड़े नौकर को दो कप कॉफी लाने का इशारा किया। वह कॉफी लाया और एक-एक कप दोनों के सामने रख दिया। सवाल-जवाब का सिलसिला आगे बढ़ा। अचानक उम्मीदवार से इंटरव्यू लेने वाला पूछ बैठा, 'आपके सामने क्या है?' उम्मीदवार ने कह दिया, 'चाय।' जवाब गलत था लेकिन उम्मीदवार के चेहरे पर झलक रहे यकीन में पूरी सच्चाई थी। उसके दिमाग में कॉफी या चाय लेकर कोई भ्रम नहीं था। बस खुद पर भरोसे की इसी खासियत ने नौकरी के लिए उसका चयन करा दिया। अगली उम्मीदवार एक लड़की थी। इंटरव्यू ले रहे व्यक्ति ने उससे जानना चाहा, 'अगर एक दिन सुबह उठते ही तुम्हे पता चले कि तुम गर्भवती हो तो तुम्हारी प्रतिक्रिया क्या होगी?' लड़की ने बड़ी शांति से जवाब दिया, 'अपने पति के साथ उस पल को एंजॉय करूंगी।' उस लड़की का भी सिलेक्शन हो गया। इंटरव्यू लेने वाले को उम्मीद नहीं थी कि लड़की इतनी शांति से इस कदर सधा हुआ जवाब देगी, क्योंकि वह शादीशुदा नहीं थी। ऐसे सवाल जाहिर तौर पर अटपटे लग सकते हैं। लेकिन इंटरव्यू लेने वाले युवा पीढ़ी की प्रतिभा का आंकलन करने के लिए इन्हें आधुनिक तौर-तरीकों के तौर पर आजमा रहे हैं। खासकर यह देखने को कि युवाओं में भावनात्मक आवेग कितना है? दी गई स्थिति में वे किस तरह प्रतिक्रिया देते हैं? साल 2014 तक भारत में 50 लाख लोग ग्रेजुएट हो जाएंगे। लेकिन इसका बुरा पहलू है कि इनमें सिर्फ 35 फीसदी ही रोजगार पाने लायक होंगे, क्योंकि बाकियों में जरूरी कौशल नहीं है। 

Source: Talent To Find Solutions Can Make Or Break Carrier - Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 12th December 2013 

आपका सवाल हो सकता है कि ये आंकड़े किसके हैं? और वह इन तक कैसे पहुंचा? तो जवाब ये है कि हाल में ही 28 राज्यों व सात केंद्रशासित प्रदेशों के 22 सौ कॉलेजों के छात्रों का ऑनलाइन टेस्ट लिया गया। दो महीने परीक्षा चली। छात्रों से भाषा कौशल, व्यक्तित्व विकास, सूचना-तकनीक, सामान्य ज्ञान, वित्त, खुदरा बिक्री आदि संबंधी सवाल पूछे गए। लगभग एक लाख छात्रों ने इसमे भाग लिया। इनमें 32 हजार लड़कियां थीं। कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) व 10 बड़े सेक्टरों की कंपनियों ने मिलकर यह टेस्ट लिया था। इस परीक्षा के ये निष्कर्ष थे। परीक्षा का नाम था, क्रवेस्ट यानी व्हीबॉक्स एंप्लॉयबिलिटी स्किल्स टेस्टस। सीआईआई के लिए परीक्षा आयोजित करने में एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज ने भी सहयोग किया। इस परीक्षा ने एक और काम किया। सरकारी, औद्योगिक क्षेत्र, कौशल विकास परिषद, कई एसोसिएशन और अकादमिक पेशेवरों को एक प्लेटफॉर्म पर लेकर आई। यह इसलिए ताकि भविष्य के कर्मचारियों का आंकलन किया जा सके। भारत की आबादी करीब 130 करोड़ है। इसमें से आधी आबादी 30 साल से कम की है। हर साल एक करोड़ 20 लाख लोग देश के कामगारों में जुड़ जाते हैं। साल 2014 में देश के युवाओं के लिए रोजगार के मौके और बढऩे वाले हैं। सर्वे के मुताबिक, पर्यटन, इंजीनियरिंग, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में रोजगार की सबसे ज्यादा संभावनाएं हैं, लेकिन कार्यकुशल युवाओं की कमी हर क्षेत्र की चिंता की सबसे बड़ी वजह है। कंपनियां अपने कर्मचारियों में जो सबसे बड़ी प्रतिभा खोज रही हैं वह है समस्या के समाधान का कौशल। कौशल परीक्षण वेस्ट में जो 35 फीसदी लोग पास हुए उनमें 11 फीसदी महिलाएं थीं। और इस परीक्षण के दौरान पाया गया कि महिलाएं समस्या के समाधान में पुरुषों की तुलना कहीं ज्यादा बेहतर हैं। इस दिक्कत से पार पाने के लिए कुछ कंपनियों ने पहल की है। मिसाल के तौर पर एचडीएफसी ने अपने यहां युवाओं को सशर्त जॉब के ऑफर लेटर देना शुरू किया है। इसके तहत भर्ती होने वाले युवा को एक ट्रेनिंग कोर्स करना होता है। यह मॉडर्न बैंकर प्रोग्राम है। टाइम्सप्रो  इसमें बैंक की मदद कर रही है। यह कोर्स इस तरह से डिजायन किया गया है कि बैंक की जरूरतों के मुताबिक युवाओं को प्रशिक्षित किया जा सके। दूसरी कंपनियां भी इसी तरह की कोशिशों में लगी हैं।

फंडा यह है कि...


जिंदगी और बिजनेस में कई समस्याएं आती हैं। आपके भीतर इन समस्याओं को हल करने का कौशल होना चाहिए। 



















Source:: Talent To Find Solutions Can Make Or Break Carrier - Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 12th December 2013 

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